How to Increase Wheat Yield: Tips for Longer Spikes and Shinier Grains

गेहूं की फसल में अधिक उत्पादन कैसे बढ़ाएं: बालियों को लंबा और दाने को चमकदार बनाने के टिप्स

गेहूं की अच्छी पैदावार के लिए उचित पोषण, सिंचाई और रोग प्रबंधन आवश्यक है। इस लेख में हम उन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करेंगे जिनसे गेहूं की बालियां लंबी, मोटी और दानों में अधिक चमकदार और वजन आ सके।

गेहूं की वृद्धि अवस्था

गेहूं की फसल की वृद्धि अवस्था बुवाई के समय पर निर्भर करती है।

  • अक्टूबर-नवंबर बुवाई: 90 दिनों में बालियों का विकास और दानों का भराव शुरू होता है।
  • दिसंबर बुवाई: 60 दिनों में बालियां तने के अंदर ही होती हैं और वानस्पतिक विकास अधिक होता है।

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गेहूं की फसल में अधिक उत्पादन कैसे बढ़ाएं

झंडा पत्ती का महत्व

झंडा पत्ती (Flag Leaf) गेहूं के पौधे में सबसे महत्वपूर्ण पत्ती होती है, क्योंकि यही प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) की मुख्य प्रक्रिया में सहायक होती है। यदि झंडा पत्ती स्वस्थ और चौड़ी होगी, तो बालियों के अंदर दाने अच्छे से भर पाएंगे और उनकी चमक व वजन बढ़ेगा।

गेहूं की बालियों में दाना भरने के लिए आवश्यक उपाय

1. सही पोषक तत्वों का प्रबंधन

  • एनपीके 0:52:34 (750 ग्राम प्रति एकड़)
    • फॉस्फोरस (52%) - तनों को मजबूत करता है और जड़ों के विकास में सहायक होता है।
    • पोटाश (34%) - दाने की गुणवत्ता, चमक और भार बढ़ाने में मदद करता है।

गेहूं की फसल में अधिक उत्पादन कैसे बढ़ाएं: बालियों को लंबा और दाने को चमकदार बनाने के टिप्स

2. वानस्पतिक वृद्धि को नियंत्रित करें

  • मिकोचिन - (क्लोर मेकेट क्लोराइड 50% एसएल)- (1 मिली प्रति लीटर पानी)
    • यह दाने के विकास में सहायक होता है और अनावश्यक वृद्धि को रोकता है।

3. अमीनो एसिड और माइक्रो न्यूट्रिएंट्स का प्रयोग

सिंचाई प्रबंधन

  • मिल्किंग स्टेज (दाना भराव अवस्था) पर उचित सिंचाई आवश्यक है।
  • नमी की कमी से दाना छोटा और हल्का रह जाता है।
  • समय-समय पर सिंचाई करने से उत्पादन 35-50% तक बढ़ सकता है।

गेहूं की फसल में रतुआ रोग से बचाव

रतुआ रोग (Rust Disease) झंडा पत्ती को प्रभावित करता है जिससे पौधे में प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया बाधित होती है। इसका नियंत्रण करने के लिए -

  • प्रोपिकोनाज़ोल 25% ईसी (200 मिली प्रति एकड़) का छिड़काव करें।
  • यह रोग के प्रभाव को रोकने और दाने के सही विकास में मदद करता है।

निष्कर्ष

अगर आप गेहूं की फसल में सही पोषण, सिंचाई और रोग नियंत्रण का ध्यान रखते हैं, तो बालियां लंबी, मोटी और चमकदार दानों से भरपूर होंगी। उपर्युक्त टॉनिक और खादों का सही तरीके से प्रयोग करने से उत्पादन में वृद्धि होगी और गेहूं की गुणवत्ता भी बेहतर होगी।

FAQS

Q. गेहूं के दाने चमकदार और भारी कैसे बनाएं?

उत्तर: गेहूं के दाने चमकदार और भारी बनाने के लिए अमीनो एसिड और माइक्रो न्यूट्रिएंट्स का प्रयोग करें। भन्नाट टॉनिक (250 मिली प्रति एकड़) और मिक्स माइक्रो न्यूट्रिएंट्स (100 ग्राम प्रति एकड़) से दाने की गुणवत्ता, चमक और भार में सुधार होता है।

Q. गेहूं की फसल में झंडा पत्ती का क्या महत्व है?

झंडा पत्ती (Flag Leaf) गेहूं के पौधे की सबसे महत्वपूर्ण पत्ती होती है, क्योंकि यह 80% से अधिक प्रकाश संश्लेषण करती है। यदि यह स्वस्थ और चौड़ी होगी, तो गेहूं की बालियों में दाने अच्छे से भर पाएंगे और उनकी चमक व वजन बढ़ेगा।

Q. गेहूं की बालियों में दाना भरने के लिए कौन से उर्वरक उपयोग करें?

उत्तर: गेहूं की बालियों में दाना भरने के लिए एनपीके 0:52:34 (750 ग्राम प्रति एकड़) का छिड़काव करें। इसमें मौजूद फॉस्फोरस तनों को मजबूत करता है, और पोटाश दाने की चमक और गुणवत्ता बढ़ाता है।

Q. गेहूं के दानों के भराव के समय सिंचाई कैसे करें?

गेहूं की मिल्किंग स्टेज (दाना भराव अवस्था) में उचित सिंचाई बहुत जरूरी है। नमी की कमी से दाना छोटा और हल्का रह जाता है, जिससे उपज कम होती है। इस समय सही मात्रा में पानी देने से उत्पादन 35-50% तक बढ़ सकता है।

Q. गेहूं की फसल में उत्पादन कैसे बढ़ाया जा सकता है?

  • सही पोषक तत्वों का प्रबंधन करें (एनपीके, अमीनो एसिड, माइक्रो न्यूट्रिएंट्स)।
  • सिंचाई का ध्यान रखें, विशेषकर दाना भराव अवस्था में।
  • झंडा पत्ती को स्वस्थ रखें, क्योंकि यह दाने के विकास में महत्वपूर्ण होती है।

रोग नियंत्रण करें, विशेष रूप से रतुआ रोग से बचाव करें।

इन सभी उपायों को अपनाने से बालियां लंबी, मोटी और चमकदार दानों से भरपूर होंगी।

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