मूंग में चना फली छेदक कीट के नियंत्रण के उपाय
प्रिय किसान मित्रों,
मूंग की फसल में फली छेदक कीट एक आम समस्या है जो न केवल फलियों को नुकसान पहुँचाती है, बल्कि उत्पादन को भी गंभीरता से प्रभावित कर सकती है। यदि आप भी इस कीट से निपटने के लिए उचित उपाय खोज रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए है। हम आपको ऐसे सटीक और कारगर नियंत्रण उपाय प्रदान करेंगे, जिनसे आप फली छेदक कीट की समस्या को कम कर सकते हैं और अपनी फसल की सुरक्षा कर सकते हैं। आइए, इस चुनौती का सामना करने के लिए वैज्ञानिक तथा प्राकृतिक उपायों को समझें और अपनाएँ।
चना फली छेदक (हेलिकोवर्पा आर्मिगेरा) हरे चने का एक प्रमुख कीट है और अगर नियंत्रित नहीं किया गया तो उपज में काफी नुकसान हो सकता है। चना फली छेदक, जिसे कपास बॉलवर्म या मकई ईयरवर्म के रूप में भी जाना जाता है, एक कीट लार्वा है जो चना, कपास, मक्का और टमाटर सहित कई फसलों का एक प्रमुख कीट है। यह दुनिया के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों का मूल निवासी है, लेकिन इसे उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया सहित कई अन्य क्षेत्रों में पेश किया गया है।
- संक्रमण का प्रकार: कीट
- सामान्य नाम: ग्राम फली छेदक
- वैज्ञानिक नाम: हेलिकोवर्पा आर्मिगेरा
- पौधे के प्रभावित भाग: पत्तियाँ, फूल, कलियाँ, फलियाँ
पहचान:
- वयस्क पतंगे हल्के भूरे या पीले रंग के होते हैं और इनके पंखों का फैलाव 4 सेमी तक होता है।
- अंडे छोटे, सफेद होते हैं और पत्तियों, फूलों या फलियों पर अकेले रखे जाते हैं।
- लार्वा हरे से भूरे रंग के होते हैं और 5 सेमी तक लंबे हो सकते हैं। उनके सिर के पीछे पहले खंड पर एक विशिष्ट कूबड़ होता है।
कीट/बीमारी के लिए पर्यावरण अनुकूल कारक:
- तापमान: ग्राम फली छेदक गर्म तापमान में पनपते हैं, जहां 25-32 डिग्री सेल्सियस उनके विकास और गतिविधि के लिए आदर्श सीमा है।
- आर्द्रता: मध्यम आर्द्रता का स्तर (50-70%) अंडे देने, लार्वा के जीवित रहने और प्यूपा निर्माण के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ प्रदान करता है।
कीट के लक्षण:
- लार्वा फलियों में घुस जाते हैं और विकसित हो रहे बीजों को खाते हैं, जिससे वे सिकुड़कर मर जाते हैं।
- वे पत्तियों, फूलों और तनों को भी खा सकते हैं।
- संक्रमित फलियों में अक्सर छोटे-छोटे छेद होते हैं और वे भूरे और सूखे हो सकते हैं।
कीट नियंत्रण के उपाय:
उत्पादों |
तकनीकी नाम |
खुराक |
Fluben | फ्लुबेंडियामाइड 39.35% एससी | 40-50 ग्राम/एकड़ |
EMA 5 | इमामेक्टिन बेंजोएट 5% एसजी | 80 ग्राम/एकड़ |
Aakramak |
नोवलूरॉन 5.25% + इमामेक्टिन बेंजोनेट 9% w/w SC | 350 मिली/एकड़ |
Spino 45 | स्पिनोसैड 45% एस.सी | 60-90 ग्राम/ए.सी |