चने में चूर्णिल आसिता रोग को रोकने का आसान तरीका। अभी पढ़ें

चने में चूर्णिल आसिता रोग को रोकने का आसान तरीका – Katyayani Azoxy

चने की फसल भारतीय कृषि में महत्वपूर्ण स्थान रखती है, लेकिन इसे कई तरह के रोगों और कीटों से खतरा रहता है। इनमें से चूर्णिल आसिता रोग (Ascochyta Blight) एक गंभीर समस्या है, जो चने की फसल की गुणवत्ता और उत्पादन को प्रभावित करता है। यह फंगल संक्रमण चने के पौधों पर आक्रमण कर उनके पत्तों, तनों और फलियों को नुकसान पहुंचाता है, जिससे उपज में भारी कमी हो सकती है।

चूर्णिल आसिता रोग क्या है?

चूर्णिल आसिता रोग एक फंगल संक्रमण है जो चने की फसल को प्रभावित करता है। यह रोग Ascochyta rabiei नामक फंगस के कारण होता है, जो पत्तियों, तनों, और फलियों पर काले धब्बे छोड़ता है। यह रोग विशेष रूप से नमी वाले वातावरण में तेजी से फैलता है और पौधों की पत्तियों, तनों और फलों को प्रभावित करता है।

चूर्णिल आसिता रोग के लक्षण क्या होते हैं?

चूर्णिल आसिता रोग के प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं:

  • पत्तियों पर धब्बे: सबसे पहले, चने की पत्तियों पर काले, भुरे या सफेद रंग के धब्बे दिखाई देने लगते हैं। ये धब्बे धीरे-धीरे बढ़ते जाते हैं।
  • पत्तियों का गिरना: प्रभावित पत्तियाँ मुरझा जाती हैं और धीरे-धीरे गिरने लगती हैं।
  • फलियों में सड़न: फली के अंदर सड़न पैदा हो जाती है, जिससे उत्पन्न होने वाली पैदावार की गुणवत्ता घट जाती है।
  • फूलों का गिरना: इस रोग के कारण चने के फूल समय से पहले गिर सकते हैं, जिससे उपज में कमी हो जाती है।

चूर्णिल आसिता रोग के नियंत्रण के उपाय

चूर्णिल आसिता रोग का नियंत्रण Katyayani Azoxy के द्वारा प्रभावी रूप से किया जा सकता है। यह सक्रिय घटक होता है, जो एक शक्तिशाली और प्रभावी फंगीसाइड है। यह फंगीसाइड न केवल चूर्णिल आसिता रोग, बल्कि अन्य फंगल रोगों को भी नियंत्रित करता है। एज़ोक्सीस्ट्रोबिन 23% एससी पौधों के अंदर तक प्रवेश करके फंगस के विकास को रोकता है और फसल को सुरक्षित रखता है।

कात्यायनी एज़ोक्सी के लाभ:

  • तत्काल प्रभाव: यह फंगीसाइड जल्दी से कार्य करता है और फंगल संक्रमण को नियंत्रित करता है।
  • दीर्घकालिक सुरक्षा: एक बार छिड़काव करने पर यह पौधों को लंबे समय तक सुरक्षा प्रदान करता है, जिससे आपको बार-बार उपचार की आवश्यकता नहीं होती।
  • सिस्टमेटिक क्रियावली: Azoxystrobin का प्रणालीगत प्रभाव होता है, जिससे यह पूरे पौधे में फैलकर रोग को रोकता है।
  • सुरक्षित और प्रभावी: Katyayani Azoxy का उपयोग पूरी तरह से सुरक्षित है और यह फसल की गुणवत्ता को नुकसान नहीं पहुँचाता।

कात्यायनी एज़ोक्सी का उपयोग

डोज़: इसका प्रयोग 1 मिली/लीटर पानी की दर से करना चाहिए।

निष्कर्ष:

कात्यायनी एज़ोक्सी चने की फसल में चूर्णिल आसिता रोग को प्रभावी रूप से नियंत्रित करने के लिए एक बेहतरीन समाधान है। इसका उपयोग करने से न केवल रोग का इलाज होता है, बल्कि यह फसल की वृद्धि में भी सुधार करता है और उपज में वृद्धि करता है। इस उत्पाद का समय पर उपयोग करके किसान अपनी चने की फसल को स्वस्थ और सुरक्षित रख सकते हैं, जिससे उच्च गुणवत्ता और पैदावार सुनिश्चित होती है।

आप इस उत्पाद को कृषि सेवा केंद्र से खरीद सकते हैं। अधिक जानकारी और खरीदारी के लिए हमारी वेबसाइट पर जाएं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q. चने में चूर्णिल आसिता रोग किसके कारण होता है?

A. चने में चूर्णिल आसिता रोग Fusarium oxysporum नामक फंगस के कारण होता है, जो पौधों की जड़ों और तनों में सड़न पैदा करता है।

Q. चने की फसल में चूर्णिल आसिता रोग के लक्षण क्या हैं?

A. पत्तियों पर काले धब्बे, मुरझाना और फली में सड़न होना चूर्णिल आसिता रोग के प्रमुख लक्षण हैं।

Q. चूर्णिल आसिता रोग के लिए सबसे प्रभावी दवा कौन सी है?

A. कात्यायनी एज़ोक्सी चूर्णिल आसिता रोग के प्रभावी नियंत्रण के लिए सबसे अच्छा विकल्प है।

Q. Katyayani Azoxy का उपयोग कैसे करें?

A. इसका प्रयोग 1 मिली/लीटर पानी में मिलाकर फसल पर छिड़काव करें।

Q. क्या कात्यायनी एज़ोक्सी सभी फसलों के लिए सुरक्षित है?

A. हाँ, कात्यायनी एज़ोक्सी फसलों के लिए सुरक्षित है और फसल के स्वास्थ्य को नुकसान नहीं पहुँचाता।

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