तरबूज की खेती के आसान तरीके | 1 एकड़ में ज्यादा मुनाफा कैसे कमाएं?

तरबूज की खेती के आसान तरीके: ज्यादा मुनाफा कमाने का रहस्य

तरबूज की खेती भारत में किसानों के लिए एक लाभदायक व्यवसाय है। सही समय पर बुवाई, उन्नत किस्मों का चयन, और वैज्ञानिक तकनीकों के इस्तेमाल से किसान 1 एकड़ में उच्च पैदावार प्राप्त कर सकते हैं। इस ब्लॉग में हम तरबूज की फसल के हर पहलू पर विस्तार से चर्चा करेंगे, जैसे कि मिट्टी की तैयारी, उर्वरक प्रबंधन, और फसल कटाई।

तरबूज की खेती के आसान तरीके

 

तरबूज की फसल के प्रकार

तरबूज को मुख्य रूप से तीन प्रकारों में विभाजित किया जाता है:

  1. जुबली ओवल
    • हरे रंग के तरबूज जिन पर गहरे हरे रंग की धारियां होती हैं।
    • यह तरबूज वजन में : 8-10 किलोग्राम।
  2. शुगर बेबी
    • गोल आकार के तरबूज, जिनका वजन 3-5 किलोग्राम होता है।
  3. आइस बॉक्स
    • गहरे काले रंग का तरबूज, जिसमें शुगर की मात्रा अधिक होती है।
    • आइस बॉक्स का टी एस एस (कुल घुलनशील शुगर): 12-14%।

तरबूज उगाने के लिए उपयुक्त मिट्टी और जलवायु

मिट्टी की आवश्यकताएं:

तरबूज की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त है। मिट्टी का पीएच स्तर 6.0-7.5 के बीच होना चाहिए।

जलवायु की आवश्यकताएं:

तरबूज गर्म और शुष्क जलवायु में सबसे अच्छा उगता है। दिन में पर्याप्त धूप और रात में हल्की ठंडक फसल के लिए अनुकूल होती है।

भूमि तैयारी और बुवाई का सही समय

भूमि की तैयारी:

  • खेत की गहरी जुताई करें।
  • मिट्टी को भुरभुरा करने के लिए 2 बार कल्टीवेटर और 1 बार रोटावेटर चलाएं।
  • तरबूज की फसल में बेड की चौड़ाई: 3 फीट होना चाहिए ।
  • तरबूज की फसल में बेड के बीच की दूरी: 5-6 फीट होना चाहिए।
  • और बेड को जमीन से 1 फीट ऊंचा बनाना चाहिए।

बुवाई का समय:

तरबूज की अगेती बुवाई का सबसे उचित समय दिसंबर से जनवरी के बीच होता है।

तरबूज की बीज दर और बीज उपचार की विधि

  • बीज दर: तरबूज बुआई के लिए एक एकड़ में 300 -350 ग्राम बीजों की आवश्कता होती है।
  • बीज उपचार: अगर हाइब्रिड बीज का चयन किया है तो बीज उपचार की जरुरत नहीं होती है और घर का या देशी बीज लगा रहे है तो कात्यायनी नीव (टेबुकोनाजोल 2% डी एस) को 1-1.25 ग्राम प्रति किलो बीज के हिसाब से प्रयोग में लेवें ।

उर्वरक प्रबंधन और मल्चिंग की जानकारी

तरबूज के लिए बेसल डोज:

  • डी ऐ पी : 50 किलो/एकड़
  • एस एस पी : 100 किलो/एकड़
  • एम ओ पी : 20 किलो/एकड़
  • चेलटेड मिक्स माइक्रोन्यूट्रिएंट्स: 100 ग्राम/एकड़
  • नीम खली या सरसों की खली को भी खाद के साथ मिक्स करके दलवाये

मल्चिंग के फायदे:

  • खरपतवार न के बराबर होंगे ।
  • पानी और पोषक तत्व पौधे को सीधे सीधे मिल पायेंगे।
  • मिट्टी में नमी लम्बे समय तक बनी रहेगी जिससे पानी की बचत भी हो पायेगी ।

मल्चिंग का खर्च:

तरबूज की फसल में एक एकड़ में मल्चिंग को लगाने का खर्चा लगभग 15,000-20,000 रुपये का आता है।

फर्टिगेशन और ड्रेंचिंग का समय और मात्रा

पहली ड्रेंचिंग (रोपाई के तुरंत बाद) में आपको तीनों नीचे दी हुई दवाई को चलाना है :
  • एन पी के 19:19:19: 3 किलो/एकड़
  • ह्यूमिक एसिड: 2 किलो/एकड़
  • फफूंदनाशक (कार्बेन्डाजिम 12 % + मैंकोज़ेब 63 डब्लू ): 500 ग्राम/एकड़
दूसरी ड्रेंचिंग (रोपाई के 15-20 दिन के बाद):
  • NPK 12:61:00: 3 किलो/एकड़
  • चेलटेड मिक्स माइक्रोन्यूट्रिएंट्स: 100 ग्राम/एकड़
तीसरी ड्रेंचिंग (रोपाई के 30-35 दिन के बाद):
  • कैल्शियम नाइट्रेट: 3 किलो/एकड़
  • बोरोन 20%: 500 ग्राम/एकड़
चौथी ड्रेंचिंग (रोपाई के 45-50 दिन के बाद):
  • NPK 00:52:34: 3 किलो/एकड़
पांचवी ड्रेंचिंग (रोपाई के 60-70 दिन के बाद):
  • NPK 00:00:50: 3 किलो/एकड़

फसल परिपक़्वता और उपज

कटाई का सही समय:

तरबूज की फसल लगभग मार्च से अप्रैल के बीच में तैयार हो जाती है और इस समय हार्वेस्टिंग करने पर फसल के दाम भी अच्छे मिल जाते है।

तरबूज में एक एकड़ में उपज:

तरबूज की फसल लगभग एक एकड़ में 18-20 टन का उत्पादन दे सकती है और यह उत्पादन सीधा- सीधा फसल प्रबंधन पर निर्भर ककरता है।

निष्कर्ष

तरबूज की खेती सही तरीके और उन्नत तकनीकों का उपयोग करके बेहद लाभदायक हो सकती है। किसानों को मिट्टी, जलवायु, उर्वरक, और सिंचाई का सही प्रबंधन करना चाहिए। तरबूज की फसल जुड़ी किसी भी अन्य जानकारी के लिए हमें कमेंट में बताएं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

प्र. तरबूज की फसल कितने दिन में तैयार हो जाती है?

उ. तरबूज की फसल लगभग 90-100 दिन में तैयार हो जाती हैं।

प्र. तरबूज की खेती लाभदायक है?

उ. हां, सही तकनीकों और समय पर बुवाई से तरबूज की खेती अत्यधिक लाभदायक है।

प्र. 1 एकड़ में तरबूज का कितना उत्पादन होता है?

उ. एक एकड़ में 18-20 टन तरबूज का उत्पादन होता है।

प्र. तरबूज की हार्वेस्टिंग किस महीने में की जाती है?

उ. तरबूज की हार्वेस्टिंग मार्च-अप्रैल के बीच की जाती है।

प्र. तरबूज के बीज इतने महंगे क्यों होते हैं?

उ. तरबूज के बीज उच्च गुणवत्ता और रोग प्रतिरोधक क्षमता के साथ आते हैं, जिससे उनकी कीमत अधिक होती है।

प्र. तरबूज पर क्या स्प्रे करें?

कीट और रोग नियंत्रण के लिए फफूंदनाशक और कीटनाशक का छिड़काव करें।

प्र. तरबूज किस मौसम में उगता है?

उ. तरबूज सर्दियों और गर्मियों के मौसम में सबसे अच्छा उगता है।

 

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