फॉल आर्मीवर्म एक विनाशकारी कीट है जो मुख्य रूप से मक्का फसल को नुकसान पहुंचाता है। यह मूल रूप से अमेरिका का कीट है, लेकिन अब यह अफ्रीका, एशिया और अन्य क्षेत्रों में भी फैल चुका है। यह कीट मक्का की पत्तियों, तनों और भुट्टों को खाकर गंभीर क्षति पहुंचाता है।
मक्का में फॉल आर्मीवर्म के लक्षण
- छोटे छेद: छोटे कीट पत्तियों को खाकर उनमें छोटे छेद (विंडो पेन) बनाते हैं।
- फटी हुई पत्तियाँ: बड़े लार्वा अधिक पत्ती ऊतक खाते हैं, जिससे पत्तियाँ फटी या कटी-फटी दिखती हैं
- गीली बुरादा जैसी गंदगी: लार्वा पौधे की फनल और ऊपरी पत्तियों के पास गीली बुरादा जैसी गंदगी छोड़ते हैं।
- पुष्पगुच्छ (टैसल) और भुट्टों को नुकसान: लार्वा टैसल और भुट्टों को नुकसान पहुंचाते हैं, या भुट्टे को खाते है जिससे फटे हुए छेद बनते हैं।
- भुट्टे को नुकसान: भुट्टा आंशिक रूप से या पूरी तरह से नष्ट हो सकता है।
- पत्तियों का झड़ना (डिफोलीएशन): फॉल आर्मीवर्म मक्का के फूल आने से पहले की अवस्था में भारी पत्तियां गिरा सकता है।
मक्का की फसल पर फॉल आर्मीवर्म का प्रभाव
यदि फॉल आर्मीवर्म को नियंत्रित नहीं किया गया तो यह मक्का की पैदावार को 20-50% या उससे अधिक तक कम कर सकता है। यह कीट:
- पत्तियों के प्रकाश संश्लेषण क्षेत्र को नष्ट कर देता है।
- बढ़ते भुट्टों को नुकसान पहुंचाकर अनाज की गुणवत्ता को कम करता है।
- कम पैदावार के कारण किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।
मक्का में आर्मीवर्म का नियंत्रण
- कात्यायनी EMA 5 (Emamectin Benzoate 5 SG) - खुराक: 100 ग्राम/एकड़
- कात्यायनी चक्रवीर (Chlorantraniliprole 18.5% SC) - खुराक: 50-60 ग्राम/एकड़
- कात्यायनी क्लोडा (Chlorantraniliprole 9.3% + Lambda Cyhalothrin 4.6% ZC) - खुराक: 80-100 ग्राम/एकड़
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्र. फॉल आर्मीवर्म संक्रमण के पहले लक्षण क्या हैं?
उ. पत्तियों में छेद, पौधों में बुरादा (फ्रास), और पौधे के घुमावदार भागों (व्हॉरल) में लार्वा की उपस्थिति।
प्र. क्या फॉल आर्मीवर्म अन्य फसलों पर भी फैल सकता है?
उ. हाँ, यह 80 से अधिक फसल प्रजातियों पर हमला करता है, जिनमें ज्वार और धान शामिल हैं।
प्र. फॉल आर्मीवर्म को जैविक रूप से कैसे नियंत्रित करें?
उ. प्राकृतिक शिकारी कीटों, नीम आधारित स्प्रे, और अंतरफसल विधियों का उपयोग करें।
प्र. कीटनाशकों का छिड़काव करने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
उ. कीटनाशकों का छिड़काव सुबह जल्दी या शाम को करें, जब लार्वा अधिक सक्रिय होते हैं।
प्र. क्या फॉल आर्मीवर्म को पूरी तरह से रोका जा सकता है?
उ. पूरी तरह से रोकथाम संभव नहीं है, लेकिन फसल चक्र अपनाने और नियमित निगरानी करने से संक्रमण की संभावना काफी हद तक कम की जा सकती है।