प्याज की फसल में जलेबी रोग (Onion Twister Disease) एक वायरस जनित रोग है, जो मुख्य रूप से रस चूसने वाले कीटों, विशेष रूप से थ्रिप्स, द्वारा फैलता है। यह रोग पौधों की पत्तियों को विकृत कर देता है और उत्पादन में भारी गिरावट ला सकता है।
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जलेबी रोग के लक्षण
- पत्तियों का मुड़ना और सिकुड़ना: पत्तियां जलेबी जैसी घुमावदार (Twisted) हो जाती हैं।
- पीली और विकृत पत्तियां: संक्रमित पत्तियां पीली और पतली हो जाती हैं, जिससे पौधे की वृद्धि रुक जाती है।
- गांठदार वृद्धि: प्याज की पत्तियां गांठदार और असामान्य रूप से मोटी हो सकती हैं।
- कमजोर और छोटे कंद: रोग से प्रभावित प्याज के कंद छोटे और हल्के हो जाते हैं।
- असमान वृद्धि: खेत में पौधों की ऊंचाई असमान दिखाई देती है।
- कम उपज: उत्पादन में 30-50% तक की कमी आ सकती है।
जलेबी रोग के फैलने के कारण
- यह रोग मुख्य रूप से थ्रिप्स द्वारा फैलता है।
- खेत में अधिक खरपतवार होने से कीटों को छिपने और पनपने का मौका मिलता है।
जलेबी रोग का नियंत्रण
1. कृषि (सांस्कृतिक) नियंत्रण
- स्वस्थ बीज का उपयोग करें: हमेशा प्रमाणित और रोगमुक्त बीजों का ही चयन करें।
- फसल चक्र अपनाएं: लगातार एक ही स्थान पर प्याज की खेती करने से बचें।
- खरपतवार नियंत्रण करें: खेत में खरपतवार और बेकार पौधों को नष्ट करें।
2. जैविक नियंत्रण
- नीम तेल का छिड़काव: 5 मिली नीम तेल प्रति लीटर पानी में मिलाकर 7-10 दिनों के अंतराल पर छिड़काव करें।
3. रासायनिक नियंत्रण
थ्रिप्स नियंत्रण के लिए कीटनाशक:
- कात्यायनी IMD 178 - इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL - 60 - 90 ml / एकड़ + कात्यायनी मेटा - मेंको मेटालैक्सिल 8% + मैंकोजेब 64% WP - 400 gm / एकड़
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- कात्यायनी नाशक - फिप्रोनिल 40% + इमिडाक्लोप्रिड 40% WG- 50 gm / एकड़ +
कात्यायनी COC कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 50% WP - 350 gm / एकड़
निष्कर्ष
प्याज की फसल में जलेबी रोग से बचने के लिए एफिड्स और थ्रिप्स पर नियंत्रण अत्यंत आवश्यक है। सही फसल प्रबंधन, जैविक विधियां और प्रभावी कीटनाशकों का उपयोग करके इस रोग के प्रसार को रोका जा सकता है और प्याज की फसल को बचाया जा सकता है।
FAQs
Q1: प्याज में जलेबी रोग की दवा कौन सी है?
- थ्रिप्स नियंत्रण: इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL (60-90 ml/एकड़), फिप्रोनिल 40% + इमिडाक्लोप्रिड 40% WG (50 gm/एकड़)
- रोग नियंत्रण: मेटालैक्सिल 8% + मैंकोजेब 64% WP (400 gm/एकड़), कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 50% WP (350 gm/एकड़)
Q2: प्याज में जलेबी रोग क्यों आता है?
यह रोग थ्रिप्स और एफिड्स द्वारा फैलता है, संक्रमित बीज, अधिक नमी और खरपतवार इसकी वृद्धि को बढ़ाते हैं।
Q3: प्याज में कौन सी दवा का छिड़काव करें?
- कीटनाशक: इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL, फिप्रोनिल 40% + इमिडाक्लोप्रिड 40% WG
- फंगल नियंत्रण: मेटालैक्सिल + मैंकोजेब, कॉपर ऑक्सीक्लोराइड
- जैविक उपाय: नीम तेल (5ml/L पानी)
Q4: जलेबी रोग क्या है?
यह वायरस जनित रोग है, जो प्याज की पत्तियों को घुमावदार, पीला और कमजोर बना देता है, जिससे उत्पादन 30-50% तक घट सकता है।