Measures to Control Bacterial Wilt in Brinjal

बैंगन में बैक्टीरियल विल्ट को नियंत्रित करने के उपाय

नमस्कार किसान भाइयों और बहनों,

बैंगन की फसलों को प्रभावित करने वाले बैक्टीरियल विल्ट रोग से निपटना एक बड़ी चुनौती हो सकती है। यह रोग पौधे की जड़ों से शुरू होकर पूरे पौधे को प्रभावित करता है, जिससे पत्ते मुरझा जाते हैं और फसल नष्ट हो सकती है। हमारे ब्लॉग में पढ़ें इस रोग के नियंत्रण के आसान और प्रभावी उपाय। और भी विशेषज्ञ जानकारी और अपनी फसल के लिए मुफ्त कैलेंडर के लिए, अभी हमारे क्रॉप पेज का दौरा करें और अपनी फसल की संपूर्ण देखभाल के लिए जरुरी टिप्स प्राप्त करें। अपने बैंगन की फसल को स्वस्थ और हरा-भरा बनाए रखने के लिए, आज ही हमारे मुफ्त फसल कैलेंडर का लाभ उठाएं। अधिक जानकारी के लिए हमारे कृषि विशेषज्ञों से अभी संपर्क करें और अपने बैंगन की फसल के लिए विशेषज्ञ सलाह प्राप्त करें।

बैक्टीरियल विल्ट बीमारियों का एक जटिल समूह है जो पौधों की एक विस्तृत श्रृंखला को प्रभावित करता है, जिसमें खीरा (खीरा, खरबूजा, स्क्वैश), सोलनसियस सब्जियां (टमाटर, मिर्च, बैंगन), और आलू शामिल हैं। यह कई अलग-अलग बैक्टीरिया के कारण होता है, सबसे आम तौर पर इरविनिया ट्रेचीफिला और राल्सटोनिया सोलानेसीरम। बैक्टीरिया पौधे के संवहनी तंत्र में बढ़ते हैं, जिससे पानी और पोषक तत्वों का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है। इससे पौधा मुरझा जाता है, बौना हो जाता है और अंततः मर जाता है।

बैंगन में जीवाणु विल्ट

  • संक्रमण का प्रकार: जीवाणु रोग
  • सामान्य नाम: बैक्टीरियल विल्ट
  • कारण जीव: स्यूडोमोनास सोलानेसीरम
  • पौधे के प्रभावित भाग: पौधे की संवहनी प्रणाली, पत्तियाँ

कीटों/बीमारियों के लिए पर्यावरणीय अनुकूल कारक:

  • तापमान: जीवाणु गर्म तापमान में पनपता है, जिसमें अधिकतम वृद्धि 25-32°C (77-90°F) के बीच होती है। यही कारण है कि यह रोग उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में अधिक प्रचलित है।
  • आर्द्रता: हवा में उच्च आर्द्रता का स्तर (80% से ऊपर) बैक्टीरिया के लिए पानी की बूंदों या पौधे की सतह पर संघनन के माध्यम से फैलने के लिए अनुकूल वातावरण बनाता है।

 कीट/रोग के लक्षण:

  • पत्तियों का मुरझाना, निचली पत्तियों से शुरू होकर ऊपर की ओर बढ़ना
  • पत्तियों का पीला पड़ना
  • पौधे का बौना होना
  • नाड़ी तंत्र का भूरा रंग बदलना
  • कटे हुए तनों से जीवाणु रिसना

कीट/रोगों पर नियंत्रण के उपाय:

उत्पादों तकनीकी नाम खुराक
KTM थायोफैनेट मिथाइल 70% WP 250-600 ग्राम प्रति एकड़
Samartha कार्बेन्डाजिम 12 % + मैंकोजेब 63 % WP प्रति एकड़ 300-400 ग्राम
Trichoderma Viride 1 - 2 किलो
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