मक्के की खेती में अक्सर ऐसे जिद्दी खरपतवारों का सामना करना पड़ता है जो फसल से पोषक तत्व, पानी और धूप के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं। स्वस्थ फसल और अधिकतम उत्पादन के लिए प्रभावी खरपतवार नियंत्रण बहुत जरूरी है। इस ब्लॉग में, हम मक्के में पाए जाने वाले खरपतवारों, सही खरपतवारनाशकों और छिड़काव प्रक्रिया के बारे में जानेंगे।
परिचय
मक्का, भारत में बड़े पैमाने पर उगाई जाने वाली फसल है, जिसे शुरुआती वृद्धि चरणों में खरपतवारों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है। प्रभावी खरपतवारनाशक का उपयोग करके खेत को खरपतवार-मुक्त रखा जा सकता है और उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। इस गाइड में, हम मक्के की खेती में सबसे जिद्दी खरपतवारों, सर्वोत्तम खरपतवारनाशकों और सफल छिड़काव तकनीकों के बारे में चर्चा करेंगे।
मक्के के खेतों में सामान्य खरपतवार
मक्के की खेती में संकरी पत्ती (घास जैसे) और चौड़ी पत्ती के खरपतवार आमतौर पर देखने को मिलते हैं। इनमें से सबसे आम खरपतवार हैं:
संकरी पत्ती वाले खरपतवार:
- मकरा घास (Dactyloctenium aegyptium)
- सावा घास (Echinochloa sp.)
- बरु घास (Sorghum sp.)
चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार:
- बौखना (Commelina benghalensis)
- बड़ी दूधी (Euphorbia hirta)
- छोटी दूधी (Euphorbia spp.)
खरपतवारनाशक छिड़काव का उपयुक्त समय
खरपतवारनाशक का छिड़काव कब करना चाहिए:
- मक्के की फसल 20-25 दिन की अवस्था में होनी चाहिए।
- खरपतवार 2-4 पत्ती की अवस्था में होने चाहिए। बड़े खरपतवारों पर दवा का प्रभाव कम हो सकता है।
- समय पर छिड़काव से ही बेहतर परिणाम मिलते हैं।
मक्के के लिए अनुशंसित खरपतवारनाशक
मक्के में प्रभावी खरपतवार नियंत्रण के लिए निम्नलिखित खरपतवारनाशकों का संयोजन सबसे अच्छा है:
एट्राजिन 50% डब्लू पी:
- उगने को तैयार घास जैसे खरपतवार और चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को प्रभावी रूप से नियंत्रित करता है।
टेम्बोट्रायोन 34% एस सी:
- खासतौर पर चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को नियंत्रित करता है और इसमें सेफ्रा टेक्नोलॉजी होती है, जिससे फसल को पीलापन या झटका नहीं लगता।
खरपतवारनाशक घोल कैसे तैयार करें
दवा का घोल सही तरीके से बनाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इन चरणों का पालन करें:
- दो बाल्टियों में 6-6 लीटर पानी लें।
- पहली बाल्टी में टेम्बोट्रायोन 34% एस सी को 115 मिली मिलाएं।
- दूसरी बाल्टी में एट्राजिन 50% डब्लू पी को 400 g मिलाएं।
- दोनों घोलों को लकड़ी की छड़ी से अलग-अलग अच्छी तरह मिलाएं।
- इन दोनों बाल्टियों के घोल को एक बड़ी बाल्टी में डालें और उसमें 400 मिली एक्टिवेटर मिलाएं।
- अच्छी तरह मिलाकर कुल 13 लीटर घोल तैयार करें।
छिड़काव प्रक्रिया
- तैयार घोल का 1 लीटर, 16 लीटर वाले पंप में डालें।
- मक्के के खेत में घोल को समान रूप से छिड़कें।
- यह घोल 13 पंप के लिए पर्याप्त है, जो 1 एकड़ खेत को कवर करेगा।
प्रभावी परिणाम
- छिड़काव के 6-7 दिनों के भीतर, मक्के के खेत से सभी खरपतवार पूरी तरह से खत्म हो जाएंगे।
- दवा की अवशिष्ट क्रिया (रेसिडुअल एक्टिविटी) लंबे समय तक खरपतवारों को वापस उगने से रोकेगी।
खरपतवारनाशक छिड़काव के समय सावधानियां
सर्वोत्तम परिणाम सुनिश्चित करने के लिए इन बातों का ध्यान रखें:
- सही नॉजल का उपयोग करें: कट नॉजल या फ्लैट फैन नॉजल का उपयोग करें ताकि दवा समान रूप से खरपतवार पर गिरे।
- मिट्टी में नमी होनी चाहिए: खेत में नमी होने से दवा का असर अधिक होता है।
- समय पर छिड़काव करें: अगर खरपतवार 2-4 पत्ती से बड़ी अवस्था में पहुंच गए हैं, तो हाथ से निराई-गुड़ाई करें।
- स्प्रे ड्रिफ्ट से बचें: शांत मौसम में छिड़काव करें ताकि दवा का असर सिर्फ लक्ष्य क्षेत्र पर हो।
निष्कर्ष
मक्के की खेती में प्रभावी खरपतवार नियंत्रण के लिए सही समय पर सही खरपतवारनाशकों का उपयोग जरूरी है। एट्राजिन और टेम्बोट्रायोन का उपयोग करके किसान अपने खेत को खरपतवार-मुक्त रख सकते हैं और उत्पादन बढ़ा सकते हैं। निर्देशों का पालन करें और एक स्वस्थ मक्का फसल का आनंद लें।
अगर यह जानकारी उपयोगी लगी और मक्के की खेती से संबंधित और सुझाव चाहिए, तो हमें कमेंट में जरूर बताएं! हमारे चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q. मक्के की खेती में कौन-कौन से खरपतवार पाये हैं?
A. मकरा घास, सावा घास और बौखना जैसे खरपतवार मक्के के खेत में आम हैं।
Q. मक्के में खरपतवारों के लिए सबसे अच्छा खरपतवारनाशक कौन सा है?
A. एट्राजिन 50% डब्लू पी और टेम्बोट्रायोन 34% एस सी का संयोजन सबसे अच्छा है।Q. मक्के में खरपतवारनाशक कब छिड़कना चाहिए?
A. खरपतवारनाशक फसल के 20-25 दिन की अवस्था में और खरपतवारों के 2-4 पत्ती अवस्था में छिड़कना चाहिए।
Q. 1 एकड़ खेत के लिए कितने घोल की जरूरत होगी?
A. लगभग 13 लीटर तैयार घोल 1 एकड़ के लिए पर्याप्त होता है।
Q. खरपतवारनाशक छिड़काव के समय कौन-कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए?
A. कट नॉजल का उपयोग करें, मिट्टी में नमी सुनिश्चित करें और समय पर छिड़काव करें।