चिली थ्रिप्स एक सामान्य कीट है जो मिर्च की फसलों को गंभीर नुकसान पहुंचाता है। इस कीट को प्रभावी तरीके से नियंत्रित करना स्वस्थ फसल को बनाए रखने और अच्छे उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
चिली थ्रिप्स मिर्च के पौधों के रस को चूसते हैं, जिससे उनकी वृद्धि रुक जाती है, पत्तियां और फल विकृत हो जाते हैं, और उनकी गुणवत्ता और विपणन क्षमता घट जाती है। गंभीर मामलों में, ये फसल की पूरी विफलता का कारण भी बन सकते हैं। थ्रिप्स अपनी नीडल जैसे मुंह के हिस्से से पौधों की कोशिका में प्रवेश करते हैं और पौधों का रस चूसते हैं, जिससे पौधों की प्रकाश संश्लेषण क्षमता बाधित होती है और पौधे कमजोर हो जाते हैं। थ्रिप्स द्वारा विकसित फलों पर काले धब्बे, घाव और विकृति हो सकती है।
वर्गीकरण:
- प्रकार: कीट
- सामान्य नाम: थ्रिप्स
- वैज्ञानिक नाम: Scirtothrips dorsalis
- प्रभावित भाग: पत्तियां, फूल, और फल
- प्रमुख प्रभावित राज्य: आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक
चिली थ्रिप्स के अनुकूल परिस्थितियाँ:
चिली थ्रिप्स गर्म तापमान को पसंद करते हैं, और उनका विकास 25-30°C (77-86°F) के बीच होता है। हालांकि, वे 9.7°C (49°F) से लेकर 33.0°C (91°F) तक के तापमान में जीवित रह सकते हैं।
चिली थ्रिप्स के नुकसान के लक्षण:
चिली थ्रिप्स पौधों के कोमल भागों पर हमला करते हैं, जिनमें पत्तियां, फूल और फल शामिल हैं। सामान्य नुकसान में शामिल हैं:
- पत्तियों पर चांदी या भूरा रंग की लकीरें।
- पत्तियों का मुड़ना और विकृति।
- फूलों का जल्दी गिरना।
- फलों पर काले धब्बे और घाव।
- पौधों की वृद्धि में कमी और उपज में हानि।
मिर्च थ्रिप्स नियंत्रण:
जैविक नियंत्रण:
- Katyayani Triple Attack - खुराक: 2 लि/एकड़।
- Katyayani Bhasam - खुराक: 750 मिली/एकड़।
रासायनिक नियंत्रण:
- Katyayani Spino 45 (Spinosad 45% SC) - खुराक: 55 - 65 मिली/एकड़।
- KATYAYANI IMD 178 (IMIDACLOPRID 17.8% SL) - खुराक: 40 - 50 मिली/एकड़।
- KATYAYANI Nashak (Fipronil 40% + Imidacloprid 40% WG) - खुराक: 50 - 60 ग्राम/एकड़।
- Katyayani Ashwamedh Plus (Diafenthiuron 40.1% + Acetamiprid 3.9% WP) - खुराक: 200-250 ग्राम/एकड़।
- Katyayani Joker (Fipronil 80% WG) - खुराक: 20-25 ग्राम/एकड़।
कार्बनिक नियंत्रण:
- Katyayani Sarvashakti Organic pesticide - खुराक: 200-400 मिली/200 लीटर पानी।
मिर्च की फसल में थ्रिप्स के नियंत्रण के उपाय:
उत्पाद | तकनीकी नाम | खुराक |
---|---|---|
ट्रिपल अटैक | - | 2 लि/एकड़ |
भस्म | - | 750 मिली/एकड़ |
स्पिनो 45 | स्पिनोसैड 45% SC | 55-65 मिली/एकड़ |
IMD 178 | इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL | 40-50 मिली/एकड़ |
नाशक | फिप्रोनिल 40% + इमिडाक्लोप्रिड 40% WG | 50-60 ग्राम/एकड़ |
अश्वमेध प्लस | डायफेंथ्यूरॉन 40.1% + एसीटामिप्रिड 3.9% WP | 200-250 ग्राम/एकड़ |
जोकर | फिप्रोनिल 80% WG | 20-25 ग्राम/एकड़ |
सर्वशक्ति | - | 200-400 मिली/200 लीटर पानी |
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q. चिली थ्रिप्स क्या हैं?
A. चिली थ्रिप्स छोटे कीट होते हैं जो मिर्च के पौधों के रस को चूसते हैं, जिससे वृद्धि रुक जाती है और उपज में कमी आती है।
Q. मैं चिली थ्रिप्स को कैसे नियंत्रित कर सकता हूँ?
A. आप Katyayani Spino 45, Katyayani IMD 178, Katyayani Nashak, Katyayani Ashwamedh Plus, Katyayani Joker जैसे रासायनिक नियंत्रण या जैविक उपाय जैसे कि Katyayani Triple Attack का उपयोग कर सकते हैं।
Q. चिली थ्रिप्स के नुकसान के लक्षण क्या हैं?
A. पत्तियों पर चांदी के निशान, पत्तियों का मुड़ना और फलों पर घाव होते हैं।
Q. क्या कार्बनिक कीटनाशक चिली थ्रिप्स को नियंत्रित कर सकते हैं?
A. हाँ, Katyayani Sarvashakti Organic pesticide चिली थ्रिप्स को प्रभावी तरीके से नियंत्रित कर सकता है।
Q. चिली थ्रिप्स के लिए आदर्श तापमान क्या है?
A. थ्रिप्स को 25-30°C (77-86°F) के तापमान में रहना पसंद है, लेकिन वे 9.7°C (49°F) से 33°C (91°F) तक के तापमान में जीवित रह सकते हैं।
Q. कौन सी फसलें चिली थ्रिप्स से सबसे अधिक प्रभावित होती हैं?
A. मिर्च की फसलें सबसे अधिक प्रभावित होती हैं, विशेष रूप से आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में।
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