पाउडरी मिल्ड्यू मिर्ची पौधों को प्रभावित करने वाला एक आम फंगल रोग है, जो यदि समय पर नियंत्रित न किया जाए तो उत्पादन में भारी कमी कर सकता है। यह रोग पत्तियों, तनों और फलों पर सफेद पाउडर जैसे आवरण के रूप में प्रकट होता है, जो प्रकाश संश्लेषण और पौधों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।
वर्गीकरण:
- रोग का प्रकार: फंगल रोग
- सामान्य नाम: पाउडरी मिल्ड्यू
- वैज्ञानिक नाम: Leveillula taurica
- प्रसार का तरीका: हवा के जरिए, प्रत्यक्ष संपर्क, संक्रमित बीज
- प्रभावित भाग: पत्तियां, तना, फूल
पाउडरी मिल्ड्यू के अनुकूल कारक:
- गर्म तापमान: 20-28°C के बीच तापमान पर बढ़ता है। 18°C से कम तापमान पर इसका विकास रुकता है।
- उच्च आर्द्रता: 60% से अधिक आर्द्रता इसे बढ़ावा देती है। बारिश, सुबह की ओस, और खराब वेंटिलेशन इसकी संभावना बढ़ाते हैं।
- खराब वायु प्रवाह: घनी फसल इसका प्रसार अधिक होता है।
लक्षण:
- सफेद पाउडरी आवरण- मुख्यतः पत्तियों के निचले हिस्से पर दिखाई देता है, लेकिन तनों और फलों पर भी हो सकता है।
- प्रभावित क्षेत्रों का पीला या भूरा होना।
- पत्तियों का ऊपर की ओर मुड़ना
- समय से पहले पत्तियों का झड़ना।
- फलों की गुणवत्ता पर प्रभाव।
मिर्च में पाउडरी मिल्ड्यू रोकथाम के उपाय:
उत्पादों |
तकनीकी नाम |
खुराक |
टेबुकोनाज़ोल 10% + सल्फर 65% डब्ल्यूजी |
500 ग्राम प्रति एकड़ |
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SULVET | सल्फर 80% डब्ल्यूडीजी |
750 से 1000 ग्राम प्रति एकड़ |
HEXA 5 PLUS | हेक्साकोनाज़ोल 5% एससी |
प्रति एकड़ 200-250 मि.ली |
एज़ोक्सीस्ट्रोबिन 11.00% टेबुकोनाज़ोल 18.30% एससी |
300 मि.ली./ एकड़ |
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मैंकोजेब 40% + एज़ोक्सीस्ट्रोबिन 7% ओएस |
600 मिली/एकड़ |
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q. पाउडरी मिल्ड्यू क्या है?
A. यह एक फंगल रोग है जो मिर्ची के पत्तों, तनों और फलों को सफेद पाउडर जैसी परत बना लेता है और फसल को प्रभावित करता है।
Q. पाउडरी मिल्ड्यू के लक्षण क्या हैं?
A. सफेद पाउडरी आवरण, पत्तियों का पीला होना, और समय से पहले झड़ना।
Q. रोग के प्रसार का मुख्य तरीका क्या है?
A. हवा, प्रत्यक्ष संपर्क, और संक्रमित बीज।
Q. पाउडरी मिल्ड्यू के लिए कौन से उत्पाद प्रभावी हैं?
A. TEBUSUL, SULVET, HEXA 5 PLUS।
Q. पाउडरी मिल्ड्यू किस तापमान पर बढ़ता है?
A. 20-28°C तापमान पर।
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