मक्के में तना छेदक कीट से छुटकारा पाएं। नियंत्रण के टॉप टिप्स

मक्के में तना छेदक कीट का सफाया करे - Katyayani EMA 5

मक्का की फसल में तना छेदक कीट एक प्रमुख समस्या है, जो फसल की वृद्धि को प्रभावित कर सकता है और उपज में कमी ला सकता है। यह कीट मक्के के तनों में छेद कर देता है, जिससे पौधे कमजोर हो जाते हैं और पैदावार घट जाती है।

तना छेदक कीट क्या है?

तना छेदक कीट एक प्रमुख कीट है जो मक्के की फसल पर हमला करता है। यह कीट मक्के के तनों में छेद करके उनपर हमला करता है, जिससे पौधे कमजोर हो जाते हैं। इस कीट के कारण मक्के की पैदावार में भारी गिरावट आ सकती है, क्योंकि यह पौधों के तने को खोखला कर देता है और फसल को पूरी तरह नष्ट कर सकता है।

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तना छेदक कीट के लक्षण

तना छेदक कीट के लक्षण आसानी से पहचाने जा सकते हैं:

  • तनों में छेद: कीट तनों में छोटे-छोटे छेद बनाते हैं, जिससे तने में सड़न पैदा होती है।
  • पत्तियों का मुरझाना: तना छेदक के कारण पौधे में पानी की कमी होने लगती है, जिससे पत्तियाँ मुरझाने लगती हैं।
  • सूखा और पीला होना: तना छेदक कीट की सक्रियता के कारण पौधों की शाखाएं सूखने लगती हैं और पत्तियां पीली हो जाती हैं।

तना छेदक कीट का मक्के पर प्रभाव

तना छेदक कीट मक्के की फसल के लिए एक गंभीर खतरा है, क्योंकि इसका प्रभाव सीधे पैदावार पर पड़ता है:

  • नुकसान की गंभीरता: यह कीट मक्के के तने में छेद करके उसमें सड़न उत्पन्न करता है, जिससे पौधों की मजबूती और वृद्धि प्रभावित होती है।
  • उत्पादन में गिरावट: तना छेदक के कारण मक्के के दाने पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाते, जिससे उपज में गिरावट आती है।
  • कीटों और रोगों के प्रति संवेदनशीलता: तना छेदक कीट के हमले के बाद, पौधों की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है, जिससे अन्य कीटों और रोगों का हमला बढ़ सकता है।
  • स्वास्थ्य पर असर: कीट के द्वारा किए गए नुकसान के कारण पौधों को अधिक पानी और पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जिससे पौधों की सामान्य वृद्धि में रुकावट आती है।

तना छेदक कीट को कैसे नियंत्रित करें?

मक्का तना छेदक कीट के नियंत्रण के लिए समय पर उपचार करना अत्यंत आवश्यक है। Katyayani EMA 5 एक प्रभावी कीटनाशक है जो इस कीट पर काबू पाने के लिए उपयोग किया जा सकता है। यह कीटनाशक इमामेक्टिन बेंजोएट 5% SG है, जो कीटों के तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है और उनकी वृद्धि को रोकता है।

कात्यायनी EMA 5 के फायदे

  • विस्तृत प्रभाव: यह कीटनाशक मक्का तना छेदक कीट के अलावा अन्य फसली कीटों को भी नियंत्रित करता है, जिससे फसल को सुरक्षा मिलती है।
  • लंबे समय तक सुरक्षा: यह कीटनाशक प्रभावी रूप से कीटों से सुरक्षा प्रदान करता है और फसल को लंबी अवधि तक सुरक्षित रखता है।
  • सरल उपयोग: कात्यायनी EMA 5 का उपयोग करना बहुत आसान है। इसे पौधों की पत्तियों या तनों पर छिड़का जाता है और यह जल्दी से फसल में समाहित हो जाता है, जिससे कीटों की संख्या कम हो जाती है।

कात्यायनी EMA 5 का उपयोग

  • मात्रा: मक्का के प्रति एकड़ में 100 ग्राम कात्यायनी EMA 5 का उपयोग करें।
  • विधि: इसे पानी में घोलकर पत्तियों पर छिड़काव करें। यह कीटनाशक तना छेदक के साथ-साथ अन्य कीटों को भी नियंत्रित करता है।
  • समय: कीट के आक्रमण के पहले 15-20 दिन में इस दवा का छिड़काव करें, और फिर 10-15 दिन के अंतराल में पुनः छिड़काव करें।
  • सावधानी: इसका उपयोग सूरज की तेज़ रोशनी के दौरान न करें, और सुनिश्चित करें कि यह कीटनाशक खेत के अन्य फायदेमंद कीटों पर न पड़े।

निष्कर्ष

मक्का तना छेदक कीट मक्के की फसल के लिए एक गंभीर समस्या हो सकता है, लेकिन Katyayani EMA 5 के उपयोग से इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है। यह कीटनाशक प्रभावी रूप से कीटों को नियंत्रित करता है और फसल को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। समय पर इस कीटनाशक का छिड़काव करके आप अपनी मक्का की फसल को सुरक्षित रख सकते हैं और उपज में वृद्धि कर सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q. तना छेदक कीट के लक्षण क्या होते हैं?

A. तना छेदक कीट के लक्षणों में तनों में छेद, पत्तियों का मुरझाना, और सूखा होना शामिल हैं।

Q. तना छेदक की दवा कौन सी है?

A. तना छेदक की दवा के रूप में कात्यायनी EMA 5 सबसे प्रभावी है, जो कीटों को नियंत्रित करता है।

Q. तना छेदक मक्के की फसल को कैसे प्रभावित करता है?

A. तना छेदक मक्का के तनों में छेद करता है, जिससे पौधों की वृद्धि रुकती है और उपज में गिरावट आती है।

Q. क्या Katyayani EMA 5 सुरक्षित है?

A. हां, Katyayani EMA 5 फसलों के लिए सुरक्षित है और यह फसलों को कीटों से बचाने में प्रभावी रूप से काम करता है।

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