गन्ने की अच्छी उपज के लिए फुटाव (tillering) और कल्ले बढ़ाना बेहद जरूरी है। यदि सही पोषण और खाद का उपयोग किया जाए, तो गन्ने में तीन गुना अधिक फुटाव और कल्ले आ सकते हैं, जिससे उत्पादन 1000 क्विंटल प्रति एकड़ तक बढ़ सकता है। इस लेख में हम बताएंगे 5 बेहतरीन खाद, जो गन्ने की फसल को जल्दी बढ़ाने और मोटा-लंबा गन्ना पाने में मदद करेंगे।
गन्ने में फुटाव और कल्ले क्यों जरूरी हैं?
गन्ने की उपज इस बात पर निर्भर करती है कि एक बीज से कितने अधिक कल्ले (shoots) निकलते हैं और उनकी ग्रोथ कितनी तेज होती है। ज्यादा फुटाव और मजबूत कल्ले होने से:
- गन्ने का उत्पादन बढ़ता है
- गन्ना लंबा और मोटा होता है
- फसल जल्दी तैयार होती है
- शुगर कंटेंट (sucrose) अधिक होता है
अब जानते हैं वे 5 खाद, जो गन्ने में फुटाव और कल्ले को 3X तक बढ़ाने में मदद करते हैं।
1. कात्यायनी शुगर केन ग्रोथ किट – गन्ने की लंबाई और मोटाई बढ़ाए
यह दो प्रमुख तत्वों का मिश्रण है:
- प्रो ग्रो (Gibberellic Acid 0.001%) – जो पौधे की लंबाई और मोटाई बढ़ाता है।
- मिक्स माइक्रो न्यूट्रिएंट्स – 6 प्रकार के सूक्ष्म पोषक तत्व जो पौधों की ग्रोथ में मदद करते हैं।
फायदे:
- गन्ने के तनों की मोटाई और लंबाई बढ़ाता है
- इंटरनोड की दूरी बढ़ाकर अधिक ऊंचाई देता है
- पौधों की पोषण क्षमता बढ़ाता है
डोज:
- 250ml प्रति एकड़ (2-3 बार छिड़काव करें)
-
100g प्रति एकड़ मिक्स माइक्रो न्यूट्रिएंट्स (2-3 बार दें)
2. ह्यूमिक + फुल्विक एसिड 98% – फुटाव बढ़ाने का टॉनिक
यह जैविक अम्ल (organic acid) होता है जो पौधों की जड़ों की ग्रोथ को बढ़ाता है और पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाने में मदद करता है।
फायदे:
- जड़ विकास को बढ़ाकर अधिक कल्ले निकालता है
- मिट्टी की उर्वरता और सूक्ष्मजीव गतिविधियों को बढ़ाता है
- पौधे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
डोज:
- 800g प्रति एकड़ फोलियर स्प्रे में
- 2kg प्रति एकड़ मिट्टी में मिलाकर दें
3. NPK 19:19:19 – कल्ले और फुटाव बढ़ाने वाला खाद
गन्ने की शुरुआती वृद्धि और फुटाव को बढ़ाने के लिए यह उर्वरक बहुत जरूरी है।
फायदे:
- फसल में अधिक फुटाव लाकर पैदावार बढ़ाता है
- गन्ने की पत्तियों का पीलापन और बैंगनी रंग की समस्या दूर करता है
- फसल की ऊंचाई और घनत्व को बढ़ाता है
डोज:
- 5kg प्रति एकड़ (मिट्टी में मिलाकर दें)
- 2kg प्रति एकड़ स्प्रे के रूप में
4. माइकोराइजा (कात्यायनी भूमि राजा) – मिट्टी को सुपरचार्ज करें
माइकोराइजा एक फंगस होता है, जो गन्ने की जड़ों के साथ मिलकर पोषक तत्वों को अवशोषित करने की क्षमता को कई गुना बढ़ा देता है।
फायदे:
-
जड़ों को मजबूत बनाकर अधिक कल्ले निकलने में मदद करता है
गर्मी में मिट्टी की नमी बनाए रखता है
पोषक तत्वों (फॉस्फोरस, जिंक, बोरॉन) के अवशोषण को बढ़ाता है
डोज:
- 8kg प्रति एकड़ मिट्टी में मिलाएं
5. जिंक और बोरॉन – मीठा और मजबूत गन्ना
जिंक के फायदे:
- पौधों में क्लोरोफिल निर्माण बढ़ाकर हरी और स्वस्थ पत्तियां देता है
- गन्ने की मोटाई और इंटरनोड की लंबाई बढ़ाता है
- फसल की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है
बोरॉन के फायदे:
गन्ने में शुगर कंटेंट (सुक्रोज) को बढ़ाता है
गन्ने के तनों को फटने से बचाता है
डोज:
- जिंक सल्फेट मोनोहाइड्रेट: 5-6kg प्रति एकड़ (मिट्टी में)
- बोरॉन 20% EDTA: 500gm प्रति लीटर (फोलियर स्प्रे)
- तीन बार दें: 30, 60 और 100 दिन के बाद
निष्कर्ष
यदि आप गन्ने की फसल में अधिक फुटाव और कल्ले चाहते हैं, तो इन 5 खादों का सही तरीके से इस्तेमाल करें। ये खाद न सिर्फ गन्ने को मोटा और लंबा बनाएंगे, बल्कि उत्पादन को 3 गुना तक बढ़ा सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
प्र. गन्ने में फुटाव के लिए क्या डालें?
उ. गन्ने में फुटाव बढ़ाने के लिए नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश, एजोस्पिरिलम, फॉस्फोबैक्टीरिया और जैविक खादों का प्रयोग करें।
प्र. गन्ने में फुटाव कैसे बढ़ाएं?
उ. खरपतवार नियंत्रण, उचित समय पर बुवाई, जैविक खाद और उर्वरकों का संतुलित प्रयोग करें।
प्र. गन्ने में फुटाव कब बढ़ता है?
उ. गन्ने में फुटाव मुख्य रूप से 30-60 दिन के बीच सबसे अधिक बढ़ता है। सही पोषण देने से इस अवधि में अधिक कल्ले निकल सकते हैं।
प्र. गन्ने में कल्ले बढ़ाने की दवा?
उ. गन्ने के लिए NPK 19:19:19, ह्यूमिक एसिड, माइकोराइजा, जिंक और बोरॉन सबसे अच्छे खाद माने जाते हैं।
प्र. गन्ने की पत्तियां पीली क्यों हो जाती हैं?
उ. गन्ने की पत्तियां पीली होने का कारण नाइट्रोजन और जिंक की कमी होती है। इसे ठीक करने के लिए NPK 19:19:19 और जिंक सल्फेट का छिड़काव करें।
प्र. गन्ने में शुगर कंटेंट कैसे बढ़ाएं?
उ. गन्ने में शुगर कंटेंट बढ़ाने के लिए बोरॉन और जिंक का प्रयोग करें। यह गन्ने की मिठास को बढ़ाने में मदद करता है।
प्र. गन्ने की फसल को मोटा और लंबा कैसे बनाएं?
उ. गन्ने की लंबाई और मोटाई बढ़ाने के लिए गिबरेलिक एसिड (GA3), ह्यूमिक एसिड और माइक्रो न्यूट्रिएंट्स का सही मात्रा में उपयोग करें।